नमस्कार दोस्तों, आज हम “होली निबंध हिंदी में (Holi Essay In Hindi Language)” आर्टिकल में सर्वश्रेष्ठ 3 हिंदी निबंध देखने जा रहे हैं। वर्तमान में किसी भी परीक्षा में किसी भी विषय का निबंध अनिवार्य पूछा जाता है और यह विषय सभी छात्रों के लिए भी बहुत उपयोगी है। इसी वजह से हमने यहां होली के बारे में तीन Hindi निबंधों का उदाहरण दिया है, आपको यह उदाहरण जरूर पसंद आएगे।
होली एक लोकप्रिय प्राचीन हिंदू त्योहार है, जिसे “प्यार का त्योहार”, “रंगों का त्योहार” और “वसंत का त्योहार” के रूप में भी जाना जाता है। यह त्योहार राधा कृष्ण के शाश्वत और दिव्य प्रेम का जश्न भी मनाता है। दिवाली की तरह यह त्यौहार भी बुराई पर अच्छाई की जीत का भी प्रतीक है, क्योंकि यह हिरण्यकश्यप पर विष्णु की नरसिंह नारायण के रूप में जीत का जश्न मनाता है।
इसकी उत्पत्ति और यह मुख्य रूप से भारतीय उपमहाद्वीप में जोर शोर से मनाया जाता है, लेकिन भारतीय प्रवासी के माध्यम से एशिया के अन्य क्षेत्रों और पश्चिमी दुनिया के कुछ हिस्सों में भी फैल गया है। में जब Germany गया तब वहा भी होली को Colors Festival के नाम से लोग मनाते है और लोग एक दूसरे को रंग लगाते है.
होली पर निबंध हिंदी में (Holi Essay In Hindi)
होली वसंत के आगमन, सर्दियों के अंत, प्यार के खिलने का जश्न की तरह मनाई मनाती है और कई लोगों के लिए, यह दूसरों से मिलने, खेलने और हंसने, भूलने और माफ करने और टूटे हुए रिश्तों को सुधारने का उत्सव का दिन होता है। त्योहार एक अच्छी वसंत फसल के मौसम की शुरुआत का भी प्रतिक है।
यह फाल्गुन के हिंदू कैलेंडर महीने में पड़ने वाली पूर्णिमा की शाम से शुरू होकर एक रात और एक दिन तक चलता है, जो ग्रेगोरियन कैलेंडर में मार्च के मध्य के आसपास आता है। पहली शाम को होलिका दहन या छोटी होली और अगले दिन रंगवाली होली के रूप में जाना जाता है। तो चलिए हमारे निबंध की और बढ़ते है.
मेरा प्रिय त्योहार होली पर निबंध हिंदी में (My Favorite Festival Holi Essay In Hindi)
होली हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है और इस त्योहार के पीछे एक प्राचीन कथा छिपी है, यह त्यौहार का नाम हिरण्यकश्यप का नाम क्रूर राजा की बहन होलिका के नाम पर रखा गया है। राजा ने सर्वशक्तिमान होने का दावा किया और सभी लोगो को भगवान के बजाय उसकी पूजा करने के लिए कहा। लेकिन उनके अपने बेटे प्रह्लाद ने राजा हिरण्यकश्यप की नहीं बल्कि भगवान विष्णु की पूजा की। इसलिए उसने कई बार अपने बेटे को मारने की कोशिश की लेकिन वह सफल नहीं हुआ।
तो क्रूर राजा की बहन होलिका को आदेश दिया गया कि वह भक्त प्रह्लाद को आग में जलाए, इसलिए वह प्रह्लाद के साथ आग में बैठ गई और राजा के आग्रह पर प्रह्लाद को मारने की कोशिश की। होलिका के पास एक मायावी ओढनी थी जिसमें आग का कोई प्रभाव नहीं था। प्रह्लाद और होलिका एक साथ आग में बैठ गए लेकिन ओढनी प्रह्लाद के ऊपर रह गई और होलिका जलकर खाक हो गई।
भगवान विष्णु एक बार फिर भक्त प्रह्लाद को बचाते हैं। क्रूर राजा हिरण्यकश्यप से पृथ्वी को बचाने के लिए भगवान विष्णु स्वयं नरसिंह अवतार लेकर धरती पर आते हैं और राजा हिरण्यकश्यप का वध करते हैं। इस प्रकार होली बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक भी है।
इस साल मैंने अपने चचेरे भाइयों के साथ अहमदाबाद में उनके घर पर होली मनाई। हमारे घर के सामने एक बड़ा सा खेत था जहाँ होली जलाई जाती थी। हमारे साथ कई पड़ोसी भी शामिल हुए और हमने देर रात तक होली का लुप्त उठाया। लोग होली आसपास घूमते थे और होली की पूजा करते थे।
होली के दूसरे दिन रंगों का त्योहार होता है। अगली सुबह नाश्ते के बाद हमने अपने रंग के पैकेट लिए और घर से निकल गए। सबसे पहले हमने अपने बड़ों के चरणों में रंग लगाया और उनका आशीर्वाद लिया। फिर हम नौजवानों ने एक-दूसरे पर रंग-बिरंगे हाथ लहराए। जल्द ही हम इंद्रधनुषी और अपरिचित हो गए।
जैसे-जैसे दोपहर हुई और हमें भूख लगी, हम सभी ने नहा-धोकर अपनी मौसी द्वारा तैयार किए गए स्वादिष्ट भोजन का आनंद लिया। बहुत रगड़ने और नहाने के बाद भी शरीर और चेहरे पर रंग नहीं उतरा। हमारा चेहरा देखकर चाचा-चाची जोर जोर से हंस पड़े।
हममें से कुछ के चेहरे और हाथों पर अभी भी रंग थे। हमें पता था कि इससे पूरी तरह छुटकारा पाने में कुछ और दिन लग सकते हैं। होली के रंगों से हमें त्वचा संबंधी कोई एलर्जी नहीं होती है क्योंकि हम प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल किया था.
इस दिन लोग अपने परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों, दोस्तों और पड़ोसियों के साथ रंगों से खेलते हैं। घर के बच्चे एक-दूसरे पर रंग-बिरंगे गुब्बारे फेंककर या पेंट करके इस दिन का आनंद लेते हैं। इस दिन का उत्सव प्यार और स्नेह की परिभाषा को दर्शाता है।
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300 शब्दों का होली पर निबंध हिंदी में (300 Words Holi Essay In Hindi For Class 5 and 6)
हर साल होली फागुन सूद पूनम के दिन होली मनाई जाती है। हिरण्यकश्यप नाम का एक राक्षस राजा था। उसके पुत्र का नाम प्रह्लाद था। प्रह्लाद भगवान विष्णु के भक्त थे। उसके पिता परमेश्वर के प्रति क्रूर और शत्रु थे। वह प्रह्लाद प्रभु की पूजा करते थे वह उनको पसंद नहीं था। हिरण्यकश्यप की एक बहन थी। उसका नाम होलिका था। उनके पास एक दुपट्टा था और एक वरदान था कि वह उसके जरिये आगमें भी नहीं जल सकती।
प्रह्लाद को मारने के लिए होलिका ने उसे एक पिंजरे में बंद कर दिया और एक लकड़ी के चीता पर बैठ गई। चीता को जला दिया गया और भगवान द्वारा एक चमत्कार किया गया, होलिका जल गयी और भक्त प्रह्लाद बच गए. इस प्रकार सत्य और प्रभु की भक्ति एक बार फिर प्रबल हुई। इस पौराणिक अवसर पर होली का त्योहार मनाया जाता है।
अगले दिन को रंगो के त्यौहार के रूप में माना जाता है और एक दूसरे पर अलग-अलग रंग छिड़क कर मनाया जाता है। तब यह सारा वातावरण रंग का उत्सव बन जाता है। होली के दिन शाम को गांव में या गली में होली जलाई जाती है। साब लोग होली की पूजा करते हैं।
यमारे यहाँ होली के दिन लोग पॉपकॉर्न और खजूर जैसी चीजें खाते हैं। होली के बाद दूसरे दिन लोग धुलेटी खेलते हैं इस दिन लोग एक दूसरे पर कलर और गुलाल लगते हैं। कलर स्प्रे से बच्चे एक-दूसरे का रंग लगते हैं। इसलिए होली बच्चों को बहुत प्रिय होती है और भाईचारे का प्रतीक मानी जाती है।
100 शब्दों का छोटा होली पर निबंध हिंदी में (100 Words Short Holi Essay In Hindi For Class 3, 4 and 5)
होली एक हिंदू संस्कृति से जुड़ा और एक भारतीय त्योहार है जो हर साल फागुन के महीने में पूनम के दिन मनाया जाता है। यह अत्यंत प्राचीन पर्व है और साल के फाल्गुन महीने में मनाया जाता है, जब गर्मी के सीजन की शरुवात होतीहै । इस दिन सभी बच्चे और युवा रंग से खेलते हैं।
होली को रंगों के त्योहार के रूप में भी जाना जाता है जो हर साल फागन (फरवरी या मार्च) के महीने में सभी धर्मों के लोगों द्वारा बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। उत्साह से भरा यह त्योहार हमें एक दूसरे के प्रति स्नेह और निकटता लाने में मदद करता है। इस दिन लोग एक दूसरे को रंग लगाकर भाईचारा दिखाते हैं।
इस दौरान सभी एक दूसरे को रंग लगाते हैं, गाने बजाते हैं और डांस करते हैं. होली के त्योहार की पूर्व संध्या पर होलिका जलाई जाती है, इस दिन सभी लोगो द्वारा होली की पूजा की जाती है और परिक्रमा की जाती है और हमारे यहाँ पॉपकॉर्न और खजूर खाया जाता है। भारत में सभी धर्मों के लोग इस त्योहार को बहुत उत्साह और खुशी के साथ मनाते हैं। यह त्योहार लोगों में प्रेम और भाईचारे की भावना उत्पन्न करता है।
10 लाइन का होली पर निबंध हिंदी में (10 Line Holi Essay In Hindi)
- होली रंगों का त्योहार माना है।
- यह हर साल मार्च के महीने में मनाया जाता है।
- यह शुभ त्योहार वसंत ऋतु के दौरान बहुत खुशी और उत्साह के साथ मनाया जाता है।
- होली के दिन लोग सफेद रंग के कपड़े पहनते हैं।
- वे चमकीले रंगों जैसे लाल, हरा, पीला, नारंगी, मैजेंटा, बैंगनी, आदि के साथ खेलते हैं।
- होली के अवसर को चिह्नित करने के लिए विभिन्न प्रकार की मिठाइयाँ जैसे गुझिया और मालपुए तैयार किये जाते हैं।
- बच्चों को रंगीन पानी से भरी पिचकारी, बाल्टी और गुब्बारों का उपयोग करके रंगों से खेलना पसंद करते है।
- होली का उत्सव एक दिन पहले होलिका दहन अनुष्ठान के साथ शुरू होता है जो होलिका को जलाने, दुष्ट राक्षसी और भगवान विष्णु द्वारा उस आग से प्रह्लाद की सुरक्षा का सम्मान करने के लिए मनाया जाता है।
- लोग लकड़ी इकट्ठा करते हैं और होली जलाते हैं और उसके चारों ओरपरिक्रमा करके पूजा करते हैं।
- होली एक ऐसा त्योहार है जो हमें बुराई पर अच्छाई की जीत की याद दिलाता है।
FAQ
होली का त्यौहार के साथ कोनसी पौराणिक कथा जुडी हुई है?
इस त्यौहार के साथ भक्त प्रहलाद, होलिका और हिरण्यकशिपु राक्षश की कथा जुडी हुई है.
होली कैसे मनाई जाती है?
अगली शाम को होली जला कर उसकी पूजा किए जाती है, जब की दूसरे दिन सभी लोग एक दूसरे को रंग लगा कर होली खेलते है और इस पर्व का मजा लेते है.
Summary
आशा करता हूँ की आपको “हिंदी में होली पर निबंध (Holi Essay In Hindi Language)” आर्टिकल बहुत ही उपयोगी और मजेदार लगा होगा। इस निबंध के उदहारण द्वारा आपको अपना एक सुन्दर निबंध लिखना है, ना की सीधा ही रट्टा लगाना है. ऐसी ही हिंदी में मजेदार निबंध उदहारण के लिए हमारे ब्लॉग www.essay-topics.com की मुलाकात लेते रहिए और हमें YouTube, Facebook और Instagram पे फोलो करना ना भूले।